Everything about shiv chalisa lyricsl
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल